RAKHI Saroj

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लेखनी प्रतियोगिता -03-Mar-2023

कृष्ण की प्रेयसी

कृष्ण की बंसी बजी है देखो 
किसको पुकारें आज शाम की 
आभा कृष्ण के सुवास में खो 
खुद की सुध बुध बैठी है देख 
रस्ता नजरें गड़ाए, बस कृष्ण का 
नाम पुकारे देखो लोक लाज को
चली है पिया की धून में हो गुम 
कृष्ण के प्रेम में हो बदनाम खुद को
खो बन बैठी है पिया की प्रेयसी।
          राखी सरोज 

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5 Comments

Varsha_Upadhyay

11-Mar-2023 09:42 PM

बेहतरीन

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Ajay Tiwari

04-Mar-2023 09:02 AM

Very nice 👌

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Punam verma

04-Mar-2023 08:22 AM

Very nice

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